“ङेखा, हा माया सेवक छै, जानु मैं चुणले। हा माया प्यारा छै, जाये कनु माये मन खौश छै। मैं आपणी आत्मा ओचे मां नाखी, ते ओ सारीया जातिया नु, न्यां चा समाचार ङी।
पर आपणे भीतर ज़हड़ ना राखणे ची वजह कनु वे थोड़े ही ङिहां चे छी। ते जिसे बेले वचना ची वजह कनु वांचे उपर क्लेश जा परेशानी आवे, तां वे तुरन्त ठोकर खाती जई।
तां मसीह चे विरोधी अम्चे महु निकली, पर अम्चे जिसड़े हुते कोनी, कांकि अगर वे सच्चमां अम्चे लारे हुवीया तां, अम्चे लारे रिहा, पर निकलती ऐवास्ते गेले कि हा प्रकट हो कि वे सच्चमां सारे अम्चे कोनी।