ते ऐ संसारा ची रीति उपर ना चला। पर तम्ची ब़ुध्दि चे नवें हुती जाणे लारे तम्चा चाल-चलन वी बदलता जाओ, जाये कनु तम्ही नरीकारा ची भली, ते भावणे आली, ते सेद्ध इच्छा लारे अनुभव लारे मालुम करते रिहा।
ये वजह कनु जबकि ग़वाहा ची इसड़ी बङी भीड़ अम्हानु घेरले आले छै, तां आवा, हर हेक रोकणे आली चीज ते उलझाणे आले पापा नु दूर करती कर, वा द्रोड़ जिसे मां अम्हानु द्रोड़ने छै, धीरज लारे उग़ते बधते जऊं,
ऐवास्ते ओ हेक नवीं वाचा चा बिचोला छै, कि वे मौत चे जरिये जको पेहली वाचा चे समय चे अपराधा कनु छुटकारा गेहणे वास्ते हुली, हकारले आले लौक वायदे चे अनुसार अनन्त विरासत नु गिहो।