कि तु वांचीया आँख खोल, कि वे अन्धकार महु काढ़ती कर ज्योति मां, ते शैताना चे अधिकार महु नरीकारा चे राज़ मां गेहती आवे। वे पापा कनु माफ पाओ, ते वांचे बीच मां आती जाओ, जको माये मां विश्वास चे जरिये नरीकारा वास्ते पवित्र करले गेले।’
कांकि नरीकार ने आज्ञा ङिली हुती कि, “अन्धकारा महु ज्योति चमको।” ते नरीकारा ने ही अम्चे दिला मां आपणी ज्योति चमकाली कि ईशु मसीह मां नरीकारा ची महिमा चे सोज़ले मेल सग़ो।
समय चे अनुसार तां तम्हानु गुरु हुती जाणे चाही हुते, तां वी ईं जरुरी छै कि कुई तम्हानु दुबारा नरीकारा चे वचना ची शुरु ची शिक्षा बल्ति कनु सिखाओ। तम्ही तां इसड़े हुती गेले कि तम्हानु अन्न चे बदले हमा तक ङूध ही चाही छै।
ऐवास्ते चैता कर कि तु किठु ढेला आला छी, ते मन फिरा ते पेहले जिसड़े काम कर। अगर तु मन नी फिरावे, तां मैं दुधे गोढु आती कर दुधे जाला नु ओची जग़हा कनु हटाती नाखी।
ऐवास्ते चैते कर कि तु किसड़ी शिक्षा गेहली ते सुणली हुती, ते विचे मां बणला रेह ते आपणे मन फिरा। अगर तु सुज़ाक नी रिहे तां मैं चोरा आलीकर आती जई, ते तु हरगिज नी जाण सग़े कि मैं केस घड़ी दुधे उपर आती पड़ी।