मैं तम्हानु चितावें पला कि तम्हानु काये कनु ङरणे चाही छै, घात करने चे बाद, नरीकारा नु नर्का मां नाखणे चा अधिकार छै, ओचे कनु ङरा, यानि मैं तम्हानु किहे पला ओचे कनु ङरा।
हमा ङेख प्रभु ची मार दुधे पे आती पड़ली, ते तु कोच्छ समय तक अन्धा रिहे ते सूरजा नु नी ङेख सग़े।” बल्ति ओही बेले ओचे उपर धुन्धलापन ते अन्धारे छात्ती गेले ते, ते ओ इंगे-ऊंगे टटोलु लाग़ती गेला कि कुई ओचा हाथ पकड़ती कर गेहली चालो।