13 हे माये भऊ, तम्ही आजाद हुवणे वास्ते हकारले गेले छिवा, पर इसड़े ना कि ये आजादी नु शरीरा चे कामा चे वास्ते मौका बणावा, बल्कि प्रेमा लारे हेके ङुजे चे दास बणा।
“प्रभु ची आत्मा माये उपर छै, ऐवास्ते ओणे कंगाला नु सुसमाचार सुणावणे वास्ते माया अभिषेक करला, ते मनु ऐवास्ते चुणले कि जको बन्धन मां छी वानु छुटकारे चा ते अन्धा नु सोज़ले मिलणे चा सुसमाचार चा प्रचार करे ते लताड़ले आला नु छुड़ावे।
मैं तम्हानु सब कोच्छ करती ङिखाणले, कि ये रीति लारे मेहनत करते हुले बेबस लौका नु सम्भालणे, ते प्रभु ईशु चा बाता नु याद राखणे जरुरी छै, कि ओणे आप ही खौद्द केहले, ‘गेहणे कनु ङेणे भले छै।’ ”
मैं तम्चे वास्ते घणी खुशी लारे खर्च करी बल्कि आपणे आप नु वी ङिती ङी। का जितना बधती कर मैं तम्चे लारे प्रेम राखे, ओचे कनु घटातीकर तम्ही माये लारे प्रेम राखा?
कांकि कितनी इसड़ी इन्साने चोप-चाप तम्चे मां घिरती आली, जाये ऐ ङण्ड चे बारे मां शास्त्रा ने पेहले कनु ही भविष्यवाणी करती ङिलती। ये भग़तीहीन छी, ते अम्चे नरीकारा चे अनुग्रह नु लोचपण करने वास्ते पट्टा समझती गेला, ते अम्चे सेर्फ स्वामी प्रभु ईशु मसीह चा इन्कार करी।