17 वे मूसा चे व्यवस्था उपर चलाणे आले लौक अम्चे सज़्ज़ण तां बणने चाहवी, पर आच्छे मकसद लारे कोनी वे तम्हानु माये कनु अलग़ करने चाहवी, कि वानु ही तम्ही आपणा सज़्ज़ण बणाती गिहा।
तम्ही तां ईं सोचती कर ही सन्तुष्ट हुती गेले कि तम्ची सारी जरुरता ची पूर्ति हुती चुकली, तम्ही भरपूर हुती गेले, अम्चे सहायता चे बिना ही तम्ही राजे बणती गेले। आच्छे तां ईं हुवीया कि तम्ही वास्तव मां राजे बणती जावा हा ते अम्ही वी तम्चे लारे राज़ करु हा।