15 हे माये भऊ ते ब़ेहणी मैं तम्हानु हेक मिसाल ङिये कि जाये बारे मां तम्ही जाणा जिंवे कि अगर बन्दा ची वाचा वी पक्का हुती जाओ तां ओनु वी कुई ना टाल सग़ी ना ही घटा बधा सग़ी।
ते हे माये भऊ, मैं ना चाहवी कि तम्ही ऐचे कनु अणजाण रिहा कि मैं कई वारी तम्चे गोढु आणे चाह्ले कि, जिंवे मनु होर नेरीया जातिया कनु फल मिड़ला, यूहीं तम्चे महु वी मिलो, पर मैं हमा तक मजबूरी मां रुकला रेहला।
ऐवास्ते अगर अम्चा अधर्म नरीकारा ची धार्मिकता ठहराती ङिये, ते अम्ही का किहुं? का ईं कि नरीकार जको क्रोध करे अन्यायी छै? ईं तां मैं इन्साना चे नजरीये लारे किहे पला।
मैं तम्ची शरीरिक दुर्बलता ची वजह इन्साना ची रीति उपर किहे। जिंवे तम्ही आपणे शरीरा चे अंगा नु कुकर्म चे वास्ते अशोद्धता ते कुकर्म चे दास बणाती कर सोंपले हुते, यूंही ही हमा आपणे शरीरा चे अंगा नु पवित्रता चे वास्ते धार्मिकता चे दास करती कर सोंपती ङिया।