हमा हे माये भऊ, मैं तम्चे कनु बिनती करे पला, कि जको लौक वे शिक्षा चे विपरीत, जको तम्ही गेहली, फूट नाखणे, ते ठोकर ङिवाणे ची वजह बणी, ते वानु भांपती गेहले करा ते वाकनु दूर रेहले करा।
ऐवास्ते मैं तम्हानु चिताती ङिये कि जको कुई नरीकारा ची आत्मा ची अगुवाई लारे ब़ोले ऊं ना किही कि, “ईशु श्रापित छै,” ते ना कुई पवित्र आत्मा चे बिना केह सग़े कि, “ईशु प्रभु छै।”
ऐवास्ते जितने लौक व्यवस्था चे कामा उपर भरोसा राखी वे श्राप चे गुलाम छी कांकि लिखले आले छै कि “जको कुई व्यवस्था चीया सारीया बाता पुरीया करने मां मजबूत ना रिही ऊं श्रापित छै। ”
वांचीया आंखीया मां व्यभिचार बसला आला छै ते पाप करले बगैर आलीकर ना सग़ी वे चंचल मना आला नु बकाती गिही वांचे मना नु लोभ करने ची आदत हुली भिली वे श्राप ची ऊलाद्ध छी।