“कुई बन्दे ङोन मालिका ची सेवा ना कर सग़ी, कांकि ओ हेके लारे बैर ते ङुजे लारे प्रेम राखी, जा हेके लारे मिड़ला रिही ते ङुजे नु तोच्छ जाणी। तम्ही नरीकार ते धन ङुंहु ची सेवा ना कर सग़ा।
कांकि अम्ही आपणे विवेक ची, ये ग़वाही उपर घमण्ड करु, कि दुनिया मां ते खास करती तम्चे बीच मां, अम्चा व्यवहार नरीकारा चे जरिये ङिली गेली पवित्रता ते सच्चाई सहित रेहला, जको संसारिक ज्ञान चा कोनी, पर हेको नरीकारा चे अनुग्रह चा नतीजा हुता।
ऐवास्ते हे प्यारे, तम्ही जिंवे माई आज्ञा चा पालन करते जिसे बेले मैं तम्चे लारे हुता हमा जबकि मैं तम्चे लारे कोनी, तां हमा तम्ही होर ज्यादा लगन लारे वांचा पालन करा। नरीकारा चे प्रति आज्ञाकारी ते पुरे कद्दर-भाव लारे आपणे उद्धार नु पूरा करने वास्ते तम्ही काम करते जावा।
पर ओनु बल्ति सेवक जिसड़ा कोनी पर सेवक कनु वी बढ़ती कर खास करती माये वास्ते ओह प्यारा भऊ जिसड़ा छै, पर दुधे वास्ते काया मैं सेवक ते प्रभु मां भऊ कनु बढ़ती कर छै।