“तम्ही मनु कोनी चुणले, पर मैं तम्हानु चुणले ते तम्हानु नियुक्त करले कि तम्ही जती कर फल आणा ते तम्चा फल बणला रिहो, कि तम्ही माये नांवा लारे जको कोच्छ ब़ा नरीकारा कनु मांगा, ते ओ तम्हानु ङिही।
हे माये भऊ, तम्चे बारे मां अम्हानु हर समय नरीकारा चा धन्यवाद करना चाही छै, ते ईं ठीक वी छै, ऐवास्ते कि तम्चा विश्वास घणा बढ़ता जाये पला, ते तम्चा सब प्रेम आपस मां घणा ही बढ़ता जाये पला।
हे माये भऊ, ते प्रभु चे प्यारे लौक, चाही छै कि अम्ही तम्चे बारे मां सदा नरीकारा चा धन्यवाद करते रिहुं, कांकि नरीकारा ने आदि कनु तम्हानु चुणती गेले, कि पवित्र आत्मा चे जरिये पवित्र बणती कर, ते सच्चाई उपर भरोसा करती कर उद्धार पावा।
तम्ही वी आप जीते पत्थरा आलीकर आत्मिक घर बणते जावा पले, जाये कनु याजका चा पवित्र समाज बणती कर, इसड़े आत्मिक बलिदान चढ़ावा, जको ईशु मसीह चे जरिये नरीकारा नु ग्रहण हो।