31 ओणे केहले, “जब तक मनु कुई ना समझाओ तां मैं किवें समझी?” ते ओणे फिलिप्पुस कनु बिनती करली, कि चढ़ती कर ओचे गोढु ब़ेसो।
मैं तम्हानु सच्च किहे जको कुई नरीकारा चे राज़ नु ब़ाला आलीकर स्वीकार नी करी, ओ ओचे मां कङी ना जा सग़ी।”
बल्ति फिलिप्पुस, मंत्री चे रथा सनु द्रोड़ला ते यशायाह भविष्यवक्ता ची किताब पढ़ते हुले सुणले। ते पूछले, “तु जको पढ़ी पला का ओनु समझी वी पला?”
पवित्रशास्त्र चा जको पाठ ओ पढ़े पलता, ओ यूं हुता, “ओ भेङे आलीकर रुसणे वास्ते पुचाला गेला, ते जिंवे मेमणे आपणी ऊन कतरने आले चे सामणे चोप-चाप रिहे, यूंही करती कर ओणे वी आपणे मुँह कोनी खोड़ले।
बल्ति जाये उपर वाणे विश्वास कोनी करला, वे ओचे नां किवें गिहे? ते जाई कोनी सुणली ओचे उपर किवें विश्वास करो? ते प्रचारक चे बिना किवें सुणो?
कुई आपणे आप नु धोक्का ना ङियो। अगर तम्चे महु कुई ऐ संसारा मां आपणे आप नु ज्ञानी समझे, तां मूर्ख बणो कि ज्ञानी हुती जाओ।
अगर कुई ईं समझे कि, “मैं कोच्छ जाणे,” तां वास्तव मां ओ हमा तक उसड़े जाण ही ना सग़ला जिसड़े जाणने ओचे वास्ते जरुरी छै।
ते अमीर भऊ आपणी झिकी हालत उपर घमण्ड करो, कांकि ओ खड़ा चे फूलां आलीकर जता रिही।
ऐवास्ते, सारी मलिनता ते बैरभाव ची बढ़ोतरी नु दूर करती कर, ओ वचना नु नरमाई लारे ग्रहण करती गिहा, जको दिला मां राहला गेला ते जको तम्ची जानी चा उद्धार कर सग़े।