जको कुई राज़ चा वचन सुणती कर ना समझी, ओचे मना मां जको कोच्छ राहले गेले हुते, ओनु ओ दुष्ट आती कर खोसती कर चाह्ला जाये, ईं ऊंही बीज छै, जको मार्ग़ चे किनारे राहले गेले हुते।
जिसे बेले वा दुधे गोढु रेहली, का दुधी ही कोनी हुती? ते जिसे बेले बिकती गेली तां दुधे वशा मां कोनी हुती? तु हा बात आपणे मना मां कां सोचली? तु बन्दा कनु कोनी, पर नरीकारा नु कूड़ मारले।”
पतरस ने विनु केहले, “हा का बात छै, कि तम्ही ङोनी प्रभु ची आत्मा ची परीक्षा वास्ते ऐका करला? ङेख, दुधे मुणसा नु दफनाणे आले हालि ब़ाहरु ही भिले ते तनु वी ब़ाहर गेहती जाये।”