26 बल्ति ओही सरदार, आपणे कोच्छ सिपाहीया लारे जती कर, प्रेरितां नु गेहती आला, पर आपणी ताकती लारे ना, कांकि वे लौका कनु ङरते, कि लौक वांचे उपर पत्थराव ना करो।
ऐवास्ते हेरोदेस ओनु मरवाती नाखणा चाहवे ला, पर लौका कनु ङरता कांकि वे ओनु भविष्यवक्ता मनते।
ते अगर किहुं, ‘इन्साना ची ओर कनु,’ तां अम्हानु भीड़ चा ङर छै, कांकि वे सारे मनी कि यूहन्ना भविष्यवक्ता छै।”
पर वे किही पलते, “तेंहवारा चे समय ना, कङी इसड़े ना हो कि लौका मां बवाल मचती जाओ।”
ते पतरस दूर ही दूर ओचे भांसु-भांसु महायाजक चे बेहड़े तक गेला, ते भीतर जती कर अन्त ङेखणे नु पाहरेदारा लारे ब़ेसती रेहला।
वेही घड़ी शास्त्रीया ने ते प्रधान याजका ने ओनु पकड़ने चाह्ले, कांकि वे समझती गेलते कि ओणे अम्चे उपर हा मिसाल केहली, पर वे लौका कनु ङरले।
ते अगर अम्ही किहुं, ‘इन्साना ची ओर कनु,’ तां सारे लौक पत्थराव करे, कांकि वे सच्चमां जाणी कि यूहन्ना भविष्यवक्ता हुता।”
ते प्रधान याजक ते शास्त्री ये बाते ची खोज मां हुते कि ओनु किवें मारती नाखु, पर वे लौका कनु ङरते।
ओणे जती कर प्रधान याजका ते मन्दरा ची रखवाली करने आले सरदारा लारे बातचीत करली कि ओनु किवें करती वांचे हाथ पकड़वाओ।
बल्ति वाणे वानु धमकाती कर छोड़ती ङिले, कांकि लौका ची वजह वानु ङण्ड ङेणे चा कुई वजह ना मिड़ला, ऐवास्ते कि जको वारदात हुली हुती ओची वजह कनु सब लौक नरीकारा ची बढ़ाई करी पलते।
पर नेरा लौका महु काई वी हा हिम्मत ना हुती कि ओठे जती कर वांचे मां मिलु जती, पर फेर वी लौक वांची बढ़ाई करते रेहते।
पर जिसे बेले अधिकारी कैदखाने मां गेले वानु वे ओठे कोनी मिड़ले, ते मुड़ती कर सनेसा ङिला कि,
जिसे बेले मन्दरा चे सिपाहीया चा सरदार ते प्रधान याजका ने हा बात सुणली, तां वांचे बारे मां बङी चिन्ता मां पड़ती गेले, “कि वांचे लारे हमा का हुले।”
इतने मां किह्णी आती कर बावड़ले, “ङेखा, जानु तम्ही कैदखाने मां बन्द करले हुते, वे मन्दरा मां भिले बन्दा नु उपदेश ङी पले।”