ओ मन्दरा मां जती कर उपदेश करे पलता, तां प्रधान याजका ते लौका चे बङका ने ओचे गोढु आती कर पूछले, “तु ईं काम काये अधिकारा लारे करी ? ते हा अधिकार तनु केहणे ङिला?”
जिसे बेले लौका ने ईं सुणले ते सारा महु पेहले बङा कनु लाती कर छोटा तक, वांचे महु हेक-हेक करती कर उठु खिसकु लाग़ली, ते ईशु ओठे हेकला रेहती गेला, ते वा असतरी वी उठी भिली रेहली।