36 बल्ति वे सारे वी हिम्मत ब़ांथी खाणे खऊं लाग़ले।
पर तम्हानु कनु माई हा विनती छै कि हिम्मत ना छोड़ा पर तसल्ली राखा, कांकि तम्चे महु काया वी जान नी जई, पर जहाजा चा नुकसान हुवी।
ऐवास्ते, हे सज़्ज़ण, हिम्मत राखा। कांकि मैं नरीकारा उपर विश्वास राखे, कि जिसड़े मनु बावड़ले गेले, उसड़े ही हुवी।