पर पौलुस ने वा सिपाहीया नु केहले, “जबकि अम्ही रोमी नागरिक छिऊं, पर वाणे अम्हानु सारा चे सामणे मारले कोटले ते अम्चा कुई अपराध वी कोनी हुता, कैदखाने मां नाखती ङिले, हमा वे अम्हानु चोप-चाप करती कर ब़ाहरु भेज़णे चाहवी। इसड़े कङी वी ना हो सग़ी। वे आप खौद्द आती कर अम्हानु ब़ाहरु काढ़ो।”
पर भीड़ महु कुई कोच्छ ते कुई कोच्छ रौल मचाते रेहले। जब हुल्लड़ चे मारले सैनापति ठीक सच्चाई ना जाण सग़ला, तां पौलुस नु किले मां गेहती जाणे ची आज्ञा ङिली।
जिसे बेले वे पौलुस नु छावणी मां गेहती जाणे आले हुते, पौलुस ने सैनापति नु केहले कि, “का मैं तनु कोच्छ केह सग़े?” सैनापति हैरान हुती कर ओकनु पूछले, “का तु यूनानी भाषा जाणी?
जिसे बेले ओठे घणा झग़ड़ा हुं लाग़ला, सैनापति ऐ ङरा कनु कि बन्दी पौलुस चे टुकड़े-टुकड़े ना करती नाखो, सैनापति ने आपणी सैना नु हा आज्ञा ङिली कि, तले उतरती कर पौलुस नु वांची आधी महु जबरदस्ती काढ़ती कर छावणी मां गेहती जावा।
ऐ बन्दे नु यहूदिया ने पकड़ती कर मारती नाखणा चाह्ले, जिसे बेले मनु ये बाते चा पता लाग़ला कि ईं हेक रोमी बन्दे छै। ते मैं आपणी सैना लारे जती कर ऐनू छुड़ाती आला।