35 मैं तम्हानु सब कोच्छ करती ङिखाणले, कि ये रीति लारे मेहनत करते हुले बेबस लौका नु सम्भालणे, ते प्रभु ईशु चा बाता नु याद राखणे जरुरी छै, कि ओणे आप ही खौद्द केहले, ‘गेहणे कनु ङेणे भले छै।’ ”
अगर तम्ची आमदनी महु हेंस्सा गेहणा ङुजा चा अधिकार छै तां का अम्चा अधिकार वांचे कनु बधती कर कोनी? बल्ति वी अम्ही ऐ अधिकारा नु कामा मां कोनी गेले उल्टा अम्ही सब कोच्छ सब्रा लारे सेहते रेहले कि मसीह चे सुसमाचार चे प्रचार मां कुई रुकावट ना हो।
ते जब मैं तम्चे लारे हुता, ते मनु कमी पेशी हुली तां मैं काये उपर बोझ कोनी नाखला, कांकि भावां ने मकिदुनिया कनु आती कर माई जरुरता नु पुरे करले। मैं हर बाते मां आपणे आप नु तम्चे उपर बोझ हुवणे कनु रोकले, ते रोकली वी रिही।
ते ओ माये भऊ ते ब़ेहणीया, अम्ही तम्हानु समझाऊं पले कि तम्चे मां जको आलसी छी वानु समझावा, कायरा ची हिम्मत ब़न्धावा, कमजोरा नु सम्भाला, सारा बन्दा ची सहन करा।