19 ऐवास्ते वे पौलुस नु अरियुपगुस पंचेत घरा मां गेहती गेले ते ओकनु पूछु लाग़ले, “का अम्ही जाण सग़ु, दुधे जरिये ङिली गेली हा नवीं शिक्षा का छै? का तु अम्हानु समझावे?
तम्ही माई वजह हाकिमा ते राजा चे सामणे, वांचे उपर, ते नेरीया जातिया चे उपर ग़वाह हुवणे वास्ते पुचाले जावा।
ऐचे उपर सब लौक अचम्भा करते हुले, आपस मां बहस-बाजी करु लाग़ले, “हा का बात छै? हा तां कुई नवां उपदेश छै, ओ अधिकारा लारे अशुद्ध आत्मा नु वी आज्ञा ङिये, ते वे ओची आज्ञा मनी।”
मैं तम्हानु हेक नवीं आज्ञा ङिये पला कि हेके ङुजे लारे प्रेम करा। जिंवे मैं तम्चे लारे प्रेम करला, तम्ही वी हेके ङुजे लारे प्रेम राखा।
कांकि दुधे जरिये बावड़लीया गेलीया बाता अम्चे वास्ते अनोखीया छी, अम्ही जाणने चाहु कि यांचा मतलब का छै?”
बल्ति पौलुस अरियुपगुस शहर चे बीच मां भिले रेहती कर केहले कि, “हे एथेंस शहरा चे लौक, मैं ङेखे पला कि तम्ही हर बाते मां देवता नु बङे मनणे आले छिवा।
कोच्छ बन्दी पौलुस लारे मिलती गेली, ते प्रभु उपर विश्वास करला, जाये मां अरियुपगुस पंचेती चा सदस्य दियुनुसियुस, ते दमरिस नांवा ची हेक असतरी, ते वांचे लारे नेरी वी कोच्छ बन्दी हुती।
ऐवास्ते सैनापति ने ओ जवाना चा हाथ पकड़ती कर अलग़ जग़हा मां जती कर ओकनु पूछले कि, “का सनेसा छै दुधे कनु?”
कोच्छ ङिहां चे बाद फेलिक्स राज्यपाल आपणी घराआली द्रुसिल्ला नु जको यहूदी हुती, विनु आपणे लारे गेहती आला ते पौलुस नु हकरवाती कर ओ विश्वास चे बारे मां जको मसीह ईशु उपर छै, ओचे कनु सुणले।
बल्ति अग्रिप्पा राजे ने फेस्तुस नु केहले कि, “मैं वी खौद्द ऐ बन्दे ची बाता सुणने चाहवे।” फेस्तुस ने ओनु केहले कि, “ठीक छै, तु काल सुणती गिहो।”
अग्रिप्पा ने पौलुस नु केहले कि, “तनु आपणे बारे मां केहणे ची अनुमति छै।” तब पौलुस ने हाथ ऊंचा करती कर आपणे बचाव चे बारे मां किहुं लाग़ला,