वा दासी पौलुस चे ते अम्चे भांसु-भांसु यूं करती कर रौल मचाऊं लाग़ली कि, “ये इन्साने परमप्रधान नरीकारा चे दास छी, ये तम्हानु उद्धार चे मार्ग़ चा सुसमाचार सुणावी पले।”
“तब मैं केहले, ‘हे प्रभु, मैं का करे?’ “प्रभु ने मनु केहले, ‘ऊठती कर दमिश्क नु जा, ते जको कोच्छ दुधे करने वास्ते ठहराले गेले ओठे तनु सारे कोच्छ बावड़ती ङिले जई।’