15 वाणे विनु केहले, “तु पाग़ल छी।” पर वा आपणी बाते उपर अटल रेहली तां वाणे केहले, “ओचा स्वर्ग़दूत हुवी।”
“ङेखा, तम्ही यां छोटा महु कानु वी तोच्छ ना जाणा, कांकि मैं तम्हानु किहे पला कि स्वर्ग़ा मां वांचे स्वर्ग़दूत माये स्वर्ग़ीय ब़ा नरीकारा चे मुँह सदा ङेखी।
वाणे ईं सुणती कर कि ओ जीता छै ते विणे ओनु ङेखले, विश्वास कोनी करला।
बादा मां जिसे बेले ओचे ग्यारा चैले रोटी खई पलते ले, ओ वांचे सामणे प्रकट हुला। ते ओणे वानु वांचे अविश्वास उपर ते वांची मना ची कठोरता उपर दड़काले, कांकि जेह्णे ओनु जीते हुवणे चे बादा मां ङेखले हुते, यांणे ओचा विश्वास कोनी करला हुता।
कुई घण्टे भर चे बाद हेक नेरे इन्साना ने बङी मजबूती लारे केहले, “सच्चमां हा वी तां ओचे लारे हुता, कांकि हा गलीली छै।”
पर वांचीया बाता वानु कहाणी जिसड़ी समझ लाग़ली, ते वाणे वांचा विश्वास कोनी करला।
पर पतरस खड़काता ही रेहला तां वाणे खिड़की खोड़ली, ते ओनु ङेखती कर चकराती गेले।
जिसे बेले पौलुस आपणे बचाव वास्ते ये बाता किहे पलता, फेस्तुस ने ऊंची अवाजी लारे केहले कि, “हे पौलुस, तु पाग़ल छी। दुधी घणी पढ़ाई ने तनु पाग़ल बणाती नाखले।”