“तम्ही जाणा, कि नेरीया जातिया लारे संगति राखणी या वांचे ओठे जाणे यहूदी वास्ते अधर्म छै, पर नरीकारा ने मनु बावड़ले कि कुई बन्दे नु अपवित्र जा अशुद्ध ना किहे।
पर वानु लिखती भेज़ा कि, मूर्तिया उपर चढ़ले आले खाणे तम्हानु नी खाणे चाही छै। ते आपणे आप नु व्यभिचार कनु बचाली राखा। गिच्ची घुटले आली मवेशी चा मांस खाणे कनु दूर रिहो ते वांचे लुहीं ना पीयो।
अंगूरा नु शहरा चे ब़ाहरु ओ कुण्डे मां निचोड़ती गेले, ते ओ कुण्डे महु इतने लुहीं निकड़ले कि जितनी घोड़ा ची लगाम रिहे वांची बराबरी तक पुज़ती गेले ते लगभग तीन साऔ किलोमीटर तक बेहती गेले।