“ओचे मालिका ने ओनु केहले, ‘धन्न छी, हे आच्छा ते भरोसेमन्द दास, तु थोड़े मां भरोसेमन्द रेहला, मैं तनु घणीया चीजा चा अधिकारी बणावी। आपणे मालिका ची खुशी मां शामिल हो।’
“हे ब़ा, मैं चाहवे कि जानु तु मनु ङिले जिठे मैं छै ओठे वे वी माये लारे हो, कि वे माई वा महिमा ङेखो, जको तु मनु ङिली कांकि तु संसारा ची उत्पत्ति चे पेहले माये लारे प्रेम राखला।
मैं ये बाते वास्ते वी प्राथना करे कि तम्चे मना ची आंख सोज़ले मां हो, तम्ही जाणती गिहा कि ओचे हकारने ची किसड़ी आस रिहे, ते नरीकारा चे पवित्र लौका मां ओची वसीयत ची महिमा ची किसड़ी दौलत छै।
हमा नरीकार जको सारे अनुग्रह चा दाता छै, जेह्णे तम्हानु मसीह मां आपणी अनन्त महिमा वास्ते हकारले, तम्चे थोड़ी देरी तक ङोख चवणे चे बाद आप ही तम्हानु सेद्ध ते मजबूत ते बलवन्त करी।
आपणे जीवन चे वास्ते ते नरीकारा ची सेवा चे वास्ते जको कोच्छ अम्हानु चाही छै, आपणी ईश्वरीय सामर्थ चे जरिये ओणे अम्हानु सब कोच्छ ङिले। कांकि अम्ही ओनु जाणु, जेह्णे आपणी धार्मिकता ते महिमा ची वजह अम्हानु हकारले।