बल्ति मैं जको तम्चे वास्ते चिठ्ठी लिखली हुती, वा ना ऐवास्ते लिखली, जेह्णे अन्याय करला, ते ना ओची वजह कनु जाये उपर अन्याय करला गेला, पर ऐवास्ते कि तम्ची चिन्ता जको अम्चे वास्ते छै, वा नरीकारा चे सामणे तम्चे उपर उजागर हुती जाओ।
ते ना सेर्फ ओचे आणे लारे पर ओची वे तसल्ली लारे वी, जको ओनु तम्चे तरफु मिड़ली हुती। ते ओणे तम्ची इच्छा, ते तम्चे ङोख ते माये वास्ते तम्ची धोन्न चा समाचार अम्हानु सुणाला, जाये कनु मनु होर वी खुशी मिड़ली।
अगर कुई तीतुस चे बारे मां पूछे, तां ओ माया साथी छै, ते तम्चे वास्ते माया भईवाल छै, ते अगर अम्चे भावां चे बारे मां पूछे, ते वे कलीसिया चे भेज़ले हुले ते मसीह ची महिमा छी।
कांकि नरीकार वांचे मना मां हा नाखी, कि वे ओचे मकसद नु पूरा करो, ते जब-तक नरीकारा चे वचन पुरे ना हुती जई, तब तक हेक मन हुती कर आपणा-आपणा राज़ ओ ङरावणे ढौरा नु ङियो जती।