“मैं अंगूरा ची बल्ह छै, तम्ही लड़ीया छिवा। अगर तम्ही माये मां बणले रिहा ते मैं तम्चे मां, ते ओ घणा फल फले। कांकि तम्ही माये कनु अलग़ हुती कहीं वी ना कर सग़ा।
मैं वांचे मां ते तु माये मां जाये कनु वे सेद्ध हुती कर हेक हुती जाओ। बल्ति संसार ईं जाणो कि तु मनु भेज़ले ते जिसड़ा तु माये लारे प्रेम राखला उसड़ा ही वांचे लारे प्रेम राखला।
अन्द्रनीकुस ते यूनियास नु जको माये कुणम्बे चे छी, ते माये लारे कैद हुले हुते, ते प्रेरितां मां मनले आले छी, ते माये कनु पेहले मसीही हुले हुते, नमस्कार।
पर जाये बन्धन मां अम्ही हुते ओचे वास्ते मरती कर, हमा व्यवस्था कनु छुटती गेले कि, लिखली आली पुराणी व्यवस्था उपर कोनी, बल्कि नरीकारा ची आत्मा ची नवीं रीति उपर सेवा करु वी।
मैं हेक इसड़े इन्साना नु जाणे जको मसीह चे विश्वासी छै। चौहङा साल पेहले ईं इन्सान तीजे स्वर्ग़ा तक उपर चती गेहले गेले, शरीरा लारे जा बिना शरीरा चे, मनु पता कोनी, हा तां सेर्फ नरीकार ही जाणे।
यानिकि नरीकारा ने मसीह मां हुती कर आपणे लारे संसारा चा मेल-मिलाप करती गेला, ते वांचे पापा चा दोष वांचे उपर कोनी लाला, ते ओणे मेल-मिलाप चा वचन अम्हानु सोंपती ङिला।
ते आपणे शरीरा मां बैर यानि वा व्यवस्था जाया आज्ञा विधिया ची रीतिया उपर हुतीया, मिटाती ङिले कि ङुंहु लारे आपणे मां हेक नवें इन्सान पैदा करती कर मेल कराती ङियो।