8 अम्ही चऊ पासु क्लेश तां भोग़ु, पर कुचड़ले ना जऊं, घब़राती तां जऊं पर निराश ना हुं।
“मैं तम्हानु अनाथ कोनी छोड़ी, मैं तम्चे गोढु आवी।
तम्ही कुई इसड़ी परीक्षा मां कोनी पड़ले, जको इन्साना चे सेहणे कनु ब़ाहर छै। ते नरीकार भरोसेमन्द छै ओ तम्हानु कुई इसड़ी परीक्षा मां नी पड़ु ङी, जको तम्चे सेहणे कनु पार हो। पर ओ परीक्षा चे लारे उपा वी करी कि तम्ही मजबूत रेह सग़ा।
ये वजह कनु मैं मसीह चे वास्ते कमजोरीया, अपमान, कष्ट, संकट, ते मुसीबता मां पुरी तरावें सन्तुष्ट छै। कांकि जिसे बेले मैं कमजोर रिहे, ओ बेले ही मैं बलवन्त रिहे।
अम्चा प्रेम तम्चे वास्ते कम कोनी हुला पर अम्चे दारक तम्चे दिला मां ठाडा पड़ता जाये।
पर हर बाते मां नरीकारा चे सेवका आलीकर आपणे आप नु आच्छे सेद्ध करते रिहुं, बङी हिम्मती लारे, क्लेशा लारे, कठिनाई लारे, संकटा लारे,
कांकि जिसे बेले अम्ही मकिदुनिया मां आले, तां वी अम्चे शरीरा नु आराम कोनी मिड़ला, पर अम्ही चऊं पासु क्लेश भोग़ु, ब़ाहरु लड़ाईया हुतीया, ते दिला मां ङर हुता।
इच्छा तां हा किहे कि हमा तम्चे गोढु आती ते नेरे ही प्रकारा लारे ब़ोले कांकि तम्चे बारे मां मैं समझे कोनी पला तम्चे वास्ते का करे।