6 अगर मैं घमण्ड करने चाहवे वी तां मूर्ख नी बणी, कांकि सच्च ब़ोली, तां वी रुकती जाये, इसड़े ना हो कि, जिसड़े कुई मनु ङेखे, जा ते बल्ति माये कनु सुणे, मनु ओचे कनु बढ़ती कर समझे।
मैं मसीह मां सच्च किहे, कूड़ ना मारी, ते माया विवेक वी पवित्र आत्मा मां ग़वाही ङिये,
अपुल्लोस कूण छै? ते पौलुस कूण छै? सेर्फ सेवक, जाये जरिये तम्हा लौका ने विश्वास करला, हर-हेक ने प्रभु चे जरिये सोंपली गेली जिम्मेवारी नु निभाले।
नरीकार विश्वासयोग छै, कि अम्चे ओ वचन मां जको तम्हानु केहला गेला, “हा” ते “ना” ङोनी ना मिली।
मैं बल्ति किहे, कुई मनु मूर्ख ना समझो। पर अगर समझा तां बल्ति मूर्ख ही समझती कर माई सहन करती गिहा, ताकि थोड़ा जा मैं वी घमण्ड कर सग़े।
अम्चे प्रभु ईशु मसीह ब़ा नरीकार जको हमेशा तक धन्न छै, आप खौद्द ग़वाह छै कि मैं कूड़ कोनी मारे पला।
मैं मूर्ख तां बणला, पर तम्ही मनु मजबूर करले, तम्हानु नु तां माई बढ़ाई करनी चाही छै, कांकि अगर मैं कोच्छ वी कोनी, तां वी वां प्रेरितां कनु कुई वी बाते मां कम कोनी जानु तम्ही बङे किहा।
ते ऐवास्ते कि मैं प्रकाशना ची वजह कनु घणा घमण्ड ना करे, माये शरीरा मां हेक कांटा चुभाला गेला यानिकि शैताना चा हेक दूत मनु घूसे मारो ताकि मैं घमण्ड ना करे।
अगर अम्ही बेसोध चे आलीकर ङिसु तां नरीकारा वास्ते, ते अगर सुधि मां छिऊं तां तम्चे वास्ते छिऊं।
कांकि अगर मैं ओचे सामणे तम्चे बारे मां कुई घमण्ड ङिखाणला, ते शर्माला कोनी, पर जिंवे अम्ही तम्चे लारे सारीया बाता सच्च-सच्च केहती ङिलतीया, यूहीं अम्ची घमण्ड ङिखाणना तीतुस चे सामणे वी सच्च निकड़ला।