15 मैं तम्चे वास्ते घणी खुशी लारे खर्च करी बल्कि आपणे आप नु वी ङिती ङी। का जितना बधती कर मैं तम्चे लारे प्रेम राखे, ओचे कनु घटातीकर तम्ही माये लारे प्रेम राखा?
हमा, मैं तीजा वारी तम्चे गोढु आणे वास्ते तियार छै, ते मैं तम्चे उपर कुई वी वजन नी नाखी, कांकि मैं तम्ची धन-दौलत कोनी, पर तम्हानु नु चाहवे। ब़ाला नु आई-ब़ा चे वास्ते धन भेला नी करना चाही छै, पर आई-ब़ा नु आपणी ऊलाद्धी वास्ते धन भेला करना चाही छै।
ते मैं हा बात तम्हानु ऐवास्ते लिखली हुती, कि कङी इसड़े ना हो, कि माये आवणे उपर, जाये कनु खुशी मिलणी चाही छै, मैं वांचे कनु उदास हुवे। कांकि मनु तम्चे सारा उपर ये बाते चा भरोसा छै कि, जको माई खुशी छै, वा तम्चे सारा ची वी हो।
मैं तम्हानु दोषी ठहराणे वास्ते ईं ना किही। कांकि मैं पेहले ही केहती चुकला, कि तम्ही माये दिला मां यूं बसती गेले, कि अम्ही तम्चे लारे मरणे जीणे चे वास्ते तियार छिऊं।