11 मैं मूर्ख तां बणला, पर तम्ही मनु मजबूर करले, तम्हानु नु तां माई बढ़ाई करनी चाही छै, कांकि अगर मैं कोच्छ वी कोनी, तां वी वां प्रेरितां कनु कुई वी बाते मां कम कोनी जानु तम्ही बङे किहा।
ऐस रीति लारे तम्ही वी जब वां सब कामा नु करती चुका जाई तम्हानु आज्ञा ङिली गेलती, तां किहा, ‘अम्ही साधारण दास छिऊं, कि जको अम्हानु करने चाही हुते ऊंही करले।’ ”
ते अगर मैं भविष्यवाणी कर सग़े, ते सारे भेद ते सब तरह चे ज्ञान नु समझे, ते माया विश्वास इसड़ा मजबूत हो कि माये वचना लारे पहाड़ आपणी जग़हा कनु हटती जाओ, पर प्रेम ना राखे, तां मैं कोच्छ वी कोनी।
का पौलुस, का अपुल्लोस, का कैफा, का संसार, का जीन्दगी, का मरण, का वर्तमान, का भविष्य, सब कोच्छ तम्ची भलाई वास्ते ही छै।
अगर अम्ही क्लेश भोग़ु, तां ईं तम्ची तसल्ली ते उद्धार वास्ते छै। ते अगर अम्हानु तसल्ली मिले, तां ईं तम्ची तसल्ली वास्ते छै, जाये प्रभाव लारे तम्ही सब्रा लारे वां क्लेशा नु सेहती गिहा, जानु अम्ही सिहुं वी।
मैं चाहवे कि तम्ही माई थोड़ी जा मूर्खता सहन करती गिहा, जिंवे वास्तव मां तम्ही ऐ समय मां सहन वी करा पले।
मैं कुई बाते मां वां प्रेरितां कनु कम कोनी जानु तम्ही बङे समझा।
हेक सच्चे प्रेरित चा सुभाव किवें रिहे वे, यूंही मैं तम्चे बीच मां सब्रा लारे रेहती कर, चैन्ह नु, अचम्भे चे कामा नु, ते सामर्थ चे कामा लारे ङिखाणले।
अगर मैं घमण्ड करने चाहवे वी तां मूर्ख नी बणी, कांकि सच्च ब़ोली, तां वी रुकती जाये, इसड़े ना हो कि, जिसड़े कुई मनु ङेखे, जा ते बल्ति माये कनु सुणे, मनु ओचे कनु बढ़ती कर समझे।
का अम्ही बल्ति आपणी बढ़ाई करु लाग़ु? जा अम्ही कितना आलीकर सिफारिश ची चिठ्ठीया तम्हानु ङेणीया जा तम्हा कनु गेहणीया?
अगर अम्ही बेसोध चे आलीकर ङिसु तां नरीकारा वास्ते, ते अगर सुधि मां छिऊं तां तम्चे वास्ते छिऊं।
कांकि अगर कुई आपणे आप नु कहीं समझे, ते ऊं कहीं वी कोनी छै, तु ऊं आपणे आप नु धोक्का ङिये
मैं सारे पवित्र लौका कनु छोटा छै, मनु हा वरदान मिड़ला कि मैं नेरीया जातिया मां जती कर मसीह चा बेशकीमती शान्ति चा धन चा सुसमाचार सुणावे।