20 कांकि जिसे बेले तम्हानु कुई दास बणाती गिहे, जा ते खाती जाये, जा फसाती गिहे, जा आपणे आप नु बङे बणावे, जा तम्चे मुँहा उपर थप्पड़ मारे, ते तम्ही सहन करती गिहा वी।
ऐवास्ते अम्ही विचारा नु, ते हर हेक ऊंची बाते नु, जको नरीकारा ची पिछाण चे विरोध मां उठे, ढाती नाखु, ते हर हेक भावना नु कैद करती कर मसीह चा आज्ञाकारी बणाती ङिऊं।
पर हमा जको तम्ही नरीकारा नु पिछाणती गेले बल्कि नरीकारा ने तम्हानु पिछाणले, तां वा कमजोर ते संसारा ची बेकार जिसड़ी शिक्षा चीया बाता ची ओर कां मुड़ा? का वांचे तम्ही दोबारा गुलाम हुवणे चाहवा?
वे सेर्फ ङुजे यहूदिया नु ब़ाहर चा ङिखावा करना चाहवी, इसड़े लौक तम्चा खतना करवाणे वास्ते तम्चे उपर दब़ाव नाखी, ब़स ऐवास्ते कि वे मसीह चे क्रूसा चे सुसमाचार कि वजह कनु सताले ना जाओ।