कुंवारीया चे बारे मां प्रभु ची कुई आज्ञा मनु कोनी मिड़ली पर विश्वासयोग हुवणे वास्ते जिसड़ी दया प्रभु ने माये उपर करली छै ओचे अनुसार आपणे तरफु केहणा चाहवे।
इसड़े ना हो कि, मकिदुनिया चे रेहणे आले माये लारे आओ, ते तम्हानु तियार ना ङेखो, ते का जाणे, ऐ भरोसे ची वजह कनु अम्हानु शर्मिन्दे हुवणे पड़ी, तम्हानु तां होर वी ज्यादा शर्मिन्दा हुवणे पड़ी।