8 कांकि अगर मैं ओ अधिकार चे बारे मां होर वी घमण्ड ङिखाणे, जको प्रभु ने तम्हानु बिगाड़ने वास्ते कोनी, पर बणावणे वास्ते अम्हानु ङिला, तां शर्मसार नी हुवी।
तम्ही हालि तक समझते पले वा, कि अम्ही तम्चे सामणे सफाई ङिऊं पले। इसड़े कोनी। अम्ही तां नरीकारा नु मौजुद जाणती कर मसीह मां ब़ोलु। ते हे प्यारे, जको कोच्छ अम्ही किहुं ते करु ऊं तम्ची बढ़ोतरी वास्ते ही किहुं।
ऐह वजह कनु दूर हुते हुले वी मैं तम्हानु ईं सब लिखे पला, कि ओठे मौजुद हुवणे उपर मनु प्रभु चे जरिये ङिला गेला अधिकार चा प्रयोग कठोर भाव लारे ना करना पड़ो। ऐ अधिकार चा मकसद बढोतरी करनी छै, ना कि नाश करने कोनी।
पौलुस नु प्रेरित चा अधिकार, ना इन्साना ची ओर कनु ते ना ही इन्साना चे तरफु, बल्कि ईशु मसीह ते नरीकार ब़ा चे जरिये, जेह्णे ईशु मसीह नु मरले आला महु जिवाले, मिड़ला।
येही वजह मैं ऐ कैदखाने चे ङुखा नु चवे पला, पर शर्म ना करी, कांकि मैं ओनु जाये उपर मैं विश्वास करला, जाणे पला, ते मनु पक्के छै कि जको मनु सोंपला गेला ओ आखरी ङिओ तक रखवाली करी।