कांकि जिसे बेले अम्ही पुराणे इन्साना चे सुभाव मां हुते, तां पाप ची इच्छा जको व्यवस्था चे जरिये हुती, मौत चा फल पैदा करने वास्ते अम्चे शरीरा चे अंगा मां काम करती।
ऐवास्ते मैं जको इच्छा करली हुती तां का मैं चंचलता ङिखाणली? जा जको करने चाहवे कि ऊं शरीरा चे अनुसार करने चाहवे, कि मैं बाते मां “हां, हां” ते “ना, ना” वी करे?
ओ माया पूत तीमुथियुस, वा भविष्यवाणीया चे वचना चे अनुसार जको पेहले दुधे बारे मां करलीया गेलतीया, मैं ये आज्ञा तनु सोंपे पला, कि तु वांचे अनुसार आच्छी लड़ाई नु लड़ता रेह।
ये वजह कनु जबकि ग़वाहा ची इसड़ी बङी भीड़ अम्हानु घेरले आले छै, तां आवा, हर हेक रोकणे आली चीज ते उलझाणे आले पापा नु दूर करती कर, वा द्रोड़ जिसे मां अम्हानु द्रोड़ने छै, धीरज लारे उग़ते बधते जऊं,