बल्ति यहूदी प्राथनाघरा चा सरदार क्रिस्पुस ने आपणे पुरे कुणम्बे समेत प्रभु उपर विश्वास करला। ते ब़ोहत सारे कुरिन्थुस वासीया ने वचन सुणती कर विश्वास करला ते बपतिस्मा गेहला।
नरीकार, जाई सेवा मैं आपणी आत्मा लारे ओचे पूता चे सुसमाचार चे बारे मां करे, ओही माया ग़वाह छै कि, मैं किवें आपणी प्राथना मां लगातार तम्हानु याद करता रिहे।
हा चिठ्ठी पौलुस चे तरफु जको नरीकारा ची इच्छा लारे मसीह ईशु चा प्रेरित छै, ते भऊ तीमुथियुस ची ओर कनु नरीकारा ची वे कलीसिया चे नांवे लिखली गेली जको कुरिन्थुस मां छै, ते सारे अखाया प्रदेसा चे सब पवित्र लौका चे नांवे,
मैं हा विनती करे पला कि, तम्चे सामणे मनु बेधड़क हुती कर हिम्मत ना करनी पड़ो, जिसड़े मैं कितना उपर जको अम्हानु संसारिक रीति चे अनुसार चलणे आले समझी, मनु कठोरता ङिखाणने चा विचार आवे पला।
कांकि मनु ङर छै कि, कङी इसड़े ना हो कि, मैं आती कर जिसड़े चाहवे, उसड़े तम्ही ना लाभा, ते मनु वी जिसड़े तम्ही ना चाहवा उसड़े ही ङेखा कि, तम्चे मां झग़ड़ा, डाह, गुस्सा, विरोध, ईर्ष्या, चुग़ली, अंहकार ते व्यवस्था ठीक ना हो।
ऐह वजह कनु दूर हुते हुले वी मैं तम्हानु ईं सब लिखे पला, कि ओठे मौजुद हुवणे उपर मनु प्रभु चे जरिये ङिला गेला अधिकार चा प्रयोग कठोर भाव लारे ना करना पड़ो। ऐ अधिकार चा मकसद बढोतरी करनी छै, ना कि नाश करने कोनी।