ऐवास्ते अगर अम्चा अधर्म नरीकारा ची धार्मिकता ठहराती ङिये, ते अम्ही का किहुं? का ईं कि नरीकार जको क्रोध करे अन्यायी छै? ईं तां मैं इन्साना चे नजरीये लारे किहे पला।
मैं तम्ची शरीरिक दुर्बलता ची वजह इन्साना ची रीति उपर किहे। जिंवे तम्ही आपणे शरीरा चे अंगा नु कुकर्म चे वास्ते अशोद्धता ते कुकर्म चे दास बणाती कर सोंपले हुते, यूंही ही हमा आपणे शरीरा चे अंगा नु पवित्रता चे वास्ते धार्मिकता चे दास करती कर सोंपती ङिया।
माये केहणे ईं छै वा असतरी जिसड़ी छै वा अगर इसड़ी ही रिहो तां वा होर वी धन्न छै। मैं ऐ विश्वासा लारे किहे पला कि माये मां वी नरीकारा ची आत्मा वास करे पली।
ऐवास्ते अम्ही वी नरीकारा चा धन्यवाद लगातार करते रिहुं, कि जब अम्चे जरिये नरीकारा चे सुसमाचार चा वचन तम्चे गोढु पुज़ला, तां तम्ही ओ बन्दे चा ना, पर नरीकारा चा वचन समझती कर ग्रहण करला, ते ओ तम्चे मां जको विश्वास राखा, असरदार छै।