2 भले ही मनु नेरे लौक प्रेरित ना मनो पर तम्चे वास्ते तां छै कांकि तम्ही प्रभु मां माई प्रेरिताई ची मौहर छिवा।
जेह्णे ओची ग़वाही ग्रहण करती गेली ओणे ये बाते उपर छाप लाली कि नरीकार सच्चा छै।
ओ खाणे वास्ते मेहनत ना करा जको सड़ती जाये, बल्कि ओ खाणे वास्ते जत्तन करा जको सदा वास्ते बणला रिही ते अनन्त जीवन ङिही, ते जानु मैं इन्सान चा पूत ङिही। कांकि ब़ा नरीकारा ने आपणी छाप माये उपर लाली।”
कि ओ ये सेवकाई ते प्रेरिताई ची पद्दवी गिहो जानु यहूदा छोड़ती कर आपणे कर्मा ची सजा भोग़णे वास्ते चाह्ला गेलता।”
जको मनु परखे वांचे वास्ते हाओ माया उत्तर छै।
हेक सच्चे प्रेरित चा सुभाव किवें रिहे वे, यूंही मैं तम्चे बीच मां सब्रा लारे रेहती कर, चैन्ह नु, अचम्भे चे कामा नु, ते सामर्थ चे कामा लारे ङिखाणले।