13 का तम्ही ना जाणा कि जको मन्दरा मां सेवा करी वे मन्दरा महु खई ते जको वेदी ची सेवा करी वे वेदी चे चढ़ावे लारे भईवाल हुवी?
का तम्ही ना जाणा कि जाई आज्ञा मनणे चे वास्ते तम्ही आपणे-आप नु दासा आलीकर सोंपती ङिया, तां तम्ही ओचे दास छिवा, चाहे पाप चे, जाया अन्त मौत छै, चाहे आज्ञा मनणे चे, जाया अन्त धार्मिकता छै?
वां इस्राएलीया चे बारे मां सोचा जको वेदी उपर चढ़ाली आली बलि खई। का ऐचे जरिये वेदी चे भईवाल ना हुती जई?
का तम्ही ना जाणा, कि द्रोड़ मां तां द्रोड़ी सारे ही, पर इनाम हेको ही गेहती जाये? तम्ही यूंही द्रोड़ा कि इनाम जीत सग़ा।