8 पर मैं कुंवारा ते बांढीया चे बारे मां किहे पला कि वांचे वास्ते इसड़े ही रेहणे आच्छे छै जिसड़ा मैं छै।
वां बाता चे बारे मां जको तम्ही मनु लिखती कर पूछले हुते, माये केहणे ईं छै अगर कुई बीहा ना कराओ तांवी आच्छे छै।
मैं ईं चाहवे कि तम्हानु चिन्ता ना हो। अणपरनीले मर्द प्रभु चा बाता ची चिन्ता मां रिहे, कि प्रभु नु किवें खौश राखे।
मैं ईं चाहवें कि जिसड़ा मैं छै उसड़े ही सारी इन्साने हो पर हर-हेक नु नरीकारा चे तरफु खास वरदान मिड़ले आले छी कानु कुई तरह चा ते कानु कुई तरह चा।
का अम्हानु हा अधिकार कोनी कि किसी विश्वासी ब़ेहणी लारे परनीती कर लारे गेहली फिरु, जिंवे नेरे प्रेरित ते प्रभु चे भऊ ते पतरस करे?