37 पर अगर ओ मना मां फैंसला करती गिहे ते जेह्णे आपणी धूवे चा बीहा ना करने ची धारती गिहे, ओचा निर्णय सही छै।
वां बाता चे बारे मां जको तम्ही मनु लिखती कर पूछले हुते, माये केहणे ईं छै अगर कुई बीहा ना कराओ तांवी आच्छे छै।
अगर कुई ईं समझे कि ओ आपणी धूवे चा बीहा करने मां देर हुवे पली तां विचे लारे अन्याय करे पला कांकि विची उम्र ढले पली ओ विनु अनुमति ङियो ते परनीजु ङियो। हा कुई पाप कोनी।
ऐवास्ते जको आपणी धूवे चा बीहा करे ओचा निर्णय वी सही छै। अगर जको विचा बीहा ना करने ची धारती गिहे ऊं होर वी सही छै।
हर हेक जन जिसड़े मना मां सोचे उसड़ा ही दान करो, ते ना ही काये दब़ाव मां, कांकि नरीकार खुशी लारे ङेणा आला लारे प्रेम राखे।
कि नरीकारा चे लौका ची रखवाली करा जको तम्चे आधे मां छी, ते ईं दब़ाव लारे ना ते नरीकारा ची इच्छा चे अनुसार, खुशी लारे, ते नीच कमाई वास्ते ना, पर मन लाती कर।