3 मोणस आपणी घराआली चा फर्ज पूरा करो ते यूंही घराआली वी आपणे मुणसा चा।
पर व्यभिचार कनु बचणे वास्ते हर-हेक मर्दा ची आपणी घराआली ते हर हेक असतरी चा आपणा मोणस हो।
सेर्फ घराआली नु ही आपणे शरीरा उपर अधिकार कोनी पर विचे मुणसा चा अधिकार छै यूंही सेर्फ मुणसा नु वी आपणे शरीरा उपर अधिकार कोनी पर ओची घराआली चा वी छै।
यूंही हे घराआले, तम्ही वी समझदारी लारे घराआलीया लारे जीवन बितावा। ते असतरीया नु निर्बल चीज जाणती कर वांचा कद्दर करा, हा समझती कर कि अम्ही ङोनी जीवन चे वरदान चे वारिस छिऊं, जाये कनु तम्चीया प्राथना रुकती ना जाओ।