1 वां बाता चे बारे मां जको तम्ही मनु लिखती कर पूछले हुते, माये केहणे ईं छै अगर कुई बीहा ना कराओ तांवी आच्छे छै।
पर व्यभिचार कनु बचणे वास्ते हर-हेक मर्दा ची आपणी घराआली ते हर हेक असतरी चा आपणा मोणस हो।
पर मैं कुंवारा ते बांढीया चे बारे मां किहे पला कि वांचे वास्ते इसड़े ही रेहणे आच्छे छै जिसड़ा मैं छै।