ओ सड़के चे किनारे अंजीरा चे दरख्त ङेखती कर गोढु गेला, ते पाना नु छोड़ती ओचे मां नेरे कहीं ना ङेखती कर ओनु केहले, “हमा कनु दुधे मां बल्ति कङी फल ना लाग़ो।” ते अंजीरा चे दरख्त तुरन्त सूखती गेले।
“हे कप्पटी शास्त्री ते फरीसी, तम्चे उपर हाय! तम्ही इन्साना वास्ते स्वर्ग़ चे राज़ चे दरवाजे बन्द करती नाखा, ना तां आप ही ओचे मां जावा, ते ना ओचे मां जाणे आला नु जऊं ङिया।
“ते हमा मैं तम्हानु नरीकारा नु, ते ओचे अनुग्रह चे वचना नु सोंपती ङिये पला, जको तम्ची बढ़ोतरी कर सग़ी, ते सारे पवित्र करले गेले लौका मां सहभागी हुती ते विरासत ङे सग़े।
माये केहणे ईं छै कि तम्चे इसड़े कुई विश्वासीया लारे जको व्यभिचारी, जा लोभी, जा मूर्तिपूजक, जा गाली काढ़णे आले, जा पियक्कड़, जा ठग़्ग़ हो तां ओचे लारे संगति ना करजा, बल्कि इसड़े इन्साना लारे खाणे वी ना खाजा।
जलन, नशा खोरी, असतरीगमन, ते यांचे जिसड़ी नेरी-नेरी कामे वी छिती, यांचे बारे मां मैं तम्हानु पेहले केहती ङिये कि इसड़े-इसड़े काम करने आले नरीकारा चे राज़ चे वारिस ना हो सग़ी
कांकि तम्ही हा जाणा कि इसड़ा कुई वी बन्दे जको व्यभिचारी छै ते अशुद्ध, जा लालच, लालची बन्दे जको मूर्ति पुज़ा करने आले चे बराबर छै, मसीह ते नरीकारा चे राज़ मां ना जा सग़ी,
कि ये बाते मां कुई आपणे भावां नु ना ठग़्ग़ो, ते ना ओचे उपर कुई दाह चलाओ, कांकि प्रभु यां सारीया बाता चा बदला गेहणे आला छै, जिसड़े कि अम्ही पेहले ही तम्हानु केहले ते चिताले वी हुते।