हा सच्चाई चा आत्मा छै जानु संसार मन ना सग़ी, कांकि ओह ओनु ना ङेख सग़ी ते ना ही ओनु जाणे। पर तम्ही ओनु जाणा, कांकि ओह तम्चे लारे रिहे ते ओह तम्चे मां हुवी।
का तम्ही ना जाणा कि तम्चे शरीर पवित्र आत्मा चा मन्दर छै जको तम्चे भीतर बसला आला छै ते तम्हानु नरीकारा चे तरफु मिड़ला आला छै? तम्हानु तम्चे उपर अधिकार कोनी।
का तम्ही ना जाणा, कि अन्यायी लौक नरीकारा चे राज़ चे वारिस नी हुवे? धोक्का ना खावा, ना वेश्यागामी, ना मूर्तिपूजक, ना परअसतरी गामी, ना लुच्चे, ना पुरुषगामी,
ते मूर्तिया चे लारे नरीकारा चे मन्दरा चा का रिश्ता? कांकि अम्ही तां जीते नरीकारा चे मन्दर छिऊं, जिसड़े कि नरीकारा ने केहले, “मैं वांचे मां वास करी ते वांचे मां टुरता फिरता रिही, ते मैं वांचा नरीकार हुवी, ते वे माये लौक हुवी।”
कि अगर माये आणे मां देर हुवे तां तु जाणती गिहो, कि नरीकारा चा कुणम्बा, जको जीते नरीकारा ची कलीसिया छै, ते जको सच्चाई चा खम्बा, ते नीम छै, ओचे मां किसड़ा बर्ताव करना चाही छै।
पर मसीह पूता आलीकर नरीकारा चे घरा चा अधिकारी छै। अगर अम्ही मजबूत विश्वासा उपर ते आपणी आस चे गर्व उपर अन्त तक मजबूती लारे बणले रिहुं, तां अम्ही ओचे घराणे छिऊं।
हे व्यभिचारी बन्दी, का तम्ही ना जाणा, कि संसारा लारे मित्रता नरीकारा चे लारे बैर राखणे छै? ऐवास्ते जको कुई संसारा चे मित्र हुवणे चाहवे, ऊं आपणे आप नु नरीकारा चे बैरी बणावे।
तम्ही वी आप जीते पत्थरा आलीकर आत्मिक घर बणते जावा पले, जाये कनु याजका चा पवित्र समाज बणती कर, इसड़े आत्मिक बलिदान चढ़ावा, जको ईशु मसीह चे जरिये नरीकारा नु ग्रहण हो।