48 शरीरिक उसड़े ही छै जिसड़े माटी लारे बणले इन्सान हुते। ते स्वर्ग़ीय उसड़े ही छी जिंवे ओ जको इन्सान स्वर्ग़ीय छै
ऐवास्ते चाही छै कि तम्ही सेद्ध बणा, जिंवे तम्चा स्वर्ग़ीय ब़ा सेद्ध छै।
कांकि जको शरीरा लारे जमले, ऊं शरीर छै, ते जको आत्मा लारे जमले ऊं आत्मा छै।