11 जिसे बेले मैं ब़ाल हुता तां मैं ब़ाला आलीकर ब़ोलता, ब़ाला आलीकर मन हुते, ब़ाला ची समझ हुती। पर सियाणा हुती गेला तां ब़ाला चीया बाता छोड़ती ङिलीया।
वे आपस मां विचार करु लाग़ले, “अम्ही रोटी कोनी आणली ऐवास्ते ओ इसड़े किहे पला।”
पर जिसे बेले सर्वसिद्ध आवी, तां अधूरा मिटती जई।
हमा अम्हानु शीशे मां धुंधले जा ङिसे पर ओ बेले अम्ही आमणे-सामणे ङेखु। ऐ बेले माया ज्ञान अधूरा छै, पर ओ बेले माया ज्ञान उसड़ा ही हुती जई, जिसड़ा ऐ बेले माये बारे मां नरीकारा जाणे।
हे माये भऊ, तम्ही समझदारी मां ब़ाले ना बणा। बल्ति वी बुराई मां तां ब़ाले रिहा, पर समझदारी मां सियाणे बणा।
मैं हा किहे कि वारिस जब तक ब़ाल छै, हालांकि ओ सारीया चीजा चा मालिक छै, बल्ति वी ओचे मां ते दासा मां कई फर्क कोनी।