19 अगर वे सब हेक ही अंग हुवीया, तां शरीर ना हुवीया।
ऐवास्ते कि शरीरा मां हेक ही अंग कोनी पर ब़ोहत सारे अंग छी।
पर सच्चमां नरीकारा ने अंगा नु आपणी इच्छा चे अनुसार हेक-हेक करती शरीरा मां राखले।
पर हमा अंग तां ब़ोहत से छी, पर शरीर हेक ही छै।