अम्ही जाणु कि व्यवस्था जको कोच्छ किहे, वा वानु ही किहे जको व्यवस्था चे अधीन छी। ताकि हर-हेक चे मुँह बन्द करले जाओ, ते सारा संसार नरीकारा चे ङण्ड चे लायक ठहरो।
ते जिसड़े कि हेके इन्साना चे पाप करने चा फल हुला, उसड़े ही दान ची दशा कोनी, कांकि हेक ही चे वजह ङण्ड ची आज्ञा चा फैंसला हुला, पर ब़ोहत से अपराधा लारे इसड़ा वरदान पैदा हुला कि लौक धर्मी ठहरो।
नरीकारा ने आपणे ज्ञान मां ईं असम्भव करले कि लौक आपणे ज्ञान चे अनुसार नरीकारा नु जाणो, पर नरीकारा नु ईं आच्छे लाग़ले कि, ऐ प्रचार चे जरिये जानु लौक मूर्खता समझे, विश्वास करने आला नु उद्धार ङिये।