नरीकारा ने आपणे ज्ञान मां ईं असम्भव करले कि लौक आपणे ज्ञान चे अनुसार नरीकारा नु जाणो, पर नरीकारा नु ईं आच्छे लाग़ले कि, ऐ प्रचार चे जरिये जानु लौक मूर्खता समझे, विश्वास करने आला नु उद्धार ङिये।
पर शरीरिक इन्सान नरीकारा ची आत्मा ची बाता स्वीकार ना करी, कांकि वे ओची नजरी मां बेवकूफी चा बाता छी, ते ना ओ वानु जाण सग़े कांकि वांची परख आत्मिक रीति लारे हुवे।
पर हे भऊ ब़ेहणी, अगर मैं हमा तक खतने चा प्रचार करी हा, तां कां हमा तक सताला जाये? अगर इसड़े हुवीया तां मसीह चे क्रूसा ची वजह कनु आली सारी रुकावटा खत्तम हुती जईया।
पर यूं ना हो कि मैं नेरी कुई बाते चा घमण्ड करे, सेर्फ अम्चे प्रभु ईशु मसीह चे क्रूसा चा, जाये जरिये संसार माई नजरी मां ते मैं संसारा ची नजरी मां क्रूसा उपर चढ़ाला गेला
ते विश्वास चे कर्ता ते सेद्ध करने आले ईशु ची तरफ तकते रिहुं, जेह्णे ओ आनन्द वास्ते जको ओचे वास्ते पला हुता, लाज़ ची कुई चिन्ता ना करते हुले क्रूस चे ङोख सेहले, ते नरीकारा चे सिंहासन चे सज़्ज़े पासु जती ब़ेहला।
हेक इसड़ा पत्थर जाये कनु वे ठोकर खई, हेक इसड़ी चट्टान जाये उपर वे फिसलती कर ढेती पड़ी।” वे वचना मां विश्वास ना करने चाहवी, ऐवास्ते वे ठोकर खाती कर ढेती पड़ी। हाओ वांचे भाग़ा मां लिखले पले।