अगर तेरो पाँव तेरे बिस्वास कै खोन को बजह बनै तौ बाकै काट दे। लंगड़ा हुईकै जिंदगी बितानो तेरे ताहीं अच्छो है कहूँ दुई पाँव होन के बाबजूद भी तू नरक की आगी मैं खेंक दौ जाबै,
अगर तेरी आँखी तेरे बिस्वास कै खोन को बजह बनै तौ बाकै निकार दे। काना हुईकै परमेस्वर के राज्य मैं आनो तेरे ताहीं अच्छो है। कहीं ऐसो नाय होबै दुई आँखी होन के बाबजूद तू नरक की आगी मैं खेंक दौ जाबै।
तभई बौ चिल्लाए कै कहथै, ‘दऊवा अब्राहम! मेरे ऊपर दया कर, और लाजर कै मेरे झोने पनार दे, ताकी बौ अपनी उँगरिया के पोरा पानी मैं डुबो कै मेरी जीभ कै सांत करै, काहैकि मैं जो आगी मैं दर्द से मरो जाए रहो हौं!’