ईसु एक और कहानी उनकै सुनाई, “स्वर्ग को राज्य खमीर के तराहनी है, जोकै कोई बईय्यर तीन बार चून मैं मिलाई और तब तक बाकै रख छोड़ी जब तक सबको सब खमीर नाय बन गौ।”
फिर ईसु अपने चेलन से कही, “तभई यहूदि नियम के सिक्छक जो परमेस्वर के स्वर्गिय राज्य कै जानथै बौ घर के मालिक के जैसे है जो अपनी भंडार की कुठरिया से नई और पुरानी चीजन कै बाहर निकारथै।”
“तुम पाखंडी हौ, यहूदि नियम के सिक्छक और फरीसी तुमरे ऊपर भयानक हाय! तुमरे मोहों के अग्गु स्वर्ग राज्य को फाटक बंद है, जो जान की कोसिस करथैं, उनकै नाय तौ अंदर जान देथौ और ना खुद जाथौ!
मैं तुमसे कहथौं; जहे रीति से एक मन फिरान बारे पापी के बारे मैं भी स्वर्ग मैं इतनी ही खुसी होगी, जितनो की निन्यानवे ऐसे धर्मी के बारे मैं नाय होथै, जिनकै मन बदलन की जरूरत नाय।”
लेकिन पहले दमिस्क के, फिर यरूसलेम के रहन बारेन कै, फिर यहूदिया के पूरे देस मैं और गैर यहूदियन कै समझात रहो, कि मन फिराबौ और परमेस्वर के घाँईं लौटकै मन फिरन के जैसे काम करौ।
बौ दुख, जो परमेस्वर के घाँईं से आथै, उद्धार देनबारे पछतान की बजह बन जाथै, जहाँ पछतानो के ताहीं कोई जघा नाय रहथै, जबकिन कि संसारिक दुख मौत कै पैदा करथै!
तौ आबौ हम अग्गु बढ़ै, परिपक्क सिक्छा के ताहीं और मसीह संदेस के पहले पाठन कै छोड़ देमैं। हमैं फिर से बेकार के कामन से मन फिरनो और परमेस्वर के ऊपर बिस्वास करन की बुनियाद ना रखनो चाहिए;
जैसो कि कुछ लोग सोचथैं, प्रभु अपने वादा कै पूरो करन मैं धीमो ना है। जाके अलावा, बौ तुमरे संग धीरज रखथै, काहैकि बौ ना चाहथै कि कोई खतम हुई जाबै, लेकिन सब अपने पापन से मन फिरानो चाहथैं।
सोचौ कि तुम कितनी दूर गिर गै हौ! अपने पापन से मन फिराबौ और बहे करौ जो तुम पहले करे रहौ। अगर तुम अपने पापन से मन न फिरागे, तौ मैं तुमरे झोने आए कै तुमरो डीट बाके जघा से उठाए लुंगो।