47 “हूँना ठाड़े कुछ आदमी बाकै सुनीं और कहीं, बौ एलिय्याह कै बुलाए रौ है!”
47 हुवाँ ठाणेभए मैसे कित्तो जनै जा सुनके कहीं, “जा आदमी एलियाके बुलातहए।”
और अगर तुम उनके संदेसो मैं बिस्वास करन कै तैयार हौ, तौ यूहन्ना ही एलिय्याह है, जोके आन की भविस्यवाँड़ी करी गई रहै।
लमसम तीन बजे ईसु जोड़ से चिल्लायकै कही, “एली, एली, लीमा सबकत्तनी?” जोको मतलब है, “मेरे परमेस्वर, मेरे परमेस्वर, तैं मोए काहे छोड़ दौ?”
उनमैं से एक तुरंत भाजो, एक सोकता लई, दाखरस मैं डुबाई, सरकंडा की छड़ी के कोने मैं रखी, और बाके पीन ताहीं बनान की कोसिस करी।